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एशियाई पैरा गेम्स: पीएम मोदी ने भारत को ऐतिहासिक प्रदर्शन और 100 से ज्यादा मेडल लाने के लिए दी बधाई

भारत ने हांगझोऊ पैरा एशियाई खेलों में अपने 313 एथलीट भेजे थे, जो इन खेलों के किसी भी एडिशन के लिए सबसे बड़ा दल था, टीम में 51 टोक्यो पैरालिंपियन शामिल थे

द्वारा: अनिशा भाटिया | एडिट: सोनिया भास्कर | November 10, 2023 Read In English

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशियाई पैरा खेलों में उनके प्रदर्शन के लिए भारतीय दल को बधाई दी, जिसमें उन्होंने 100 से ज्यादा पदक हासिल करके इतिहास रचा. भारत के पैरा एथलीटों ने 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य के साथ कुल 111 पदक जीते, जो खेलों में उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. भारत ने हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में 313 एथलीट भेजे थे, टीम में 51 टोक्यो पैरालिंपियन शामिल थे. देश ने 22 खेलों में से 17 में हिस्सा लिया, रोइंग, कैनोइंग, लॉन बाउल, ताइक्वांडो और ब्लाइंड फुटबॉल में पहली बार एथलीटों को मैदान में उतारा गया.

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खेलों में भारत की सफलता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सराहना की और कहा कि ये जीत दुनिया के लिए प्रेरणा बनेगी. X पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा, ”एशियाई पैरा गेम्स में 100 पदक! बेहद खुशी का क्षण. यह सफलता हमारे एथलीटों की प्रतिभा, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का परिणाम है. यह उपलब्धि दिलों को गर्व से भर देती है. मैं अपने एथलीटों, कोचों और उनके साथ काम करने वाले पूरे सपोर्ट सिस्टम के प्रति अपनी प्रशंसा और आभार व्यक्त करता हूं. ये जीत हम सभी को प्रेरित करती है. ये इस बात का उदाहरण है कि हमारे युवाओं के लिए कुछ भी असंभव नहीं है.

उन्होंने यह भी कहा, “एशियाई पैरा खेलों में भारत के असाधारण प्रदर्शन ने देश को रोमांचित कर दिया है! मैं अपने एथलीटों को रिकॉर्ड तोड़ 111 पदक लाने के लिए बधाई देता हूं. यह उपलब्धि हमारे एथलीटों के अटूट समर्पण और अदम्य साहस का प्रमाण है.”

नवंबर में, पीएम मोदी ने नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में भारत के एशियाई पैरा गेम्स के दल से बातचीत की और उन्हें संबोधित भी किया, जहां उन्होंने एथलीटों को उनकी शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी और उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए प्रेरित किया.

प्रधानमंत्री ने पैरा-एथलीटों को संबोधित करते हुए कहा कि वह हमेशा उनसे मिलने और अपने अनुभव साझा करने के लिए उत्सुक रहते हैं. उन्होंने कहा,

“आप नई उम्मीदें और नया उत्साह लेकर आए हैं.”

पीएम मोदी ने यह भी जोर देकर कहा कि वह न केवल एशियाई पैरा गेम्स पर करीब से नजर रख रहे हैं, बल्कि उसे जी भी रहे हैं. उन्होंने पैरा एथलीटों के योगदान की सराहना की और उनके कोचों और उनके परिवारों को भी बधाई दी. पीएम मोदी ने देश के 140 करोड़ नागरिकों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए आगे कहा,

“आपकी सफलता पूरे देश को प्रेरित करती है और नागरिकों में गर्व की भावना पैदा करती है. ये 111 पदक सिर्फ कोई संख्या नहीं बल्कि 140 करोड़ लोगों के सपने हैं.”

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पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह संख्या 2014 में जीते गए पदकों की संख्या से तीन गुना ज्यादा है जबकि स्वर्ण पदकों की संख्या दस गुना ज्यादा है और पदक तालिका में भारत 15वें स्थान से शीर्ष 5 पर पहुंच गया है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी दिव्यांग द्वारा खेलों में जीत केवल खेल में ही प्रेरणा का विषय नहीं है, बल्कि यह जीवन में भी प्रेरणा का विषय है. उन्होंने जोड़ा,

“आपका प्रदर्शन किसी भी व्यक्ति को फिर से ऊर्जा प्रदान कर सकता है, चाहे वह कितना भी निराश क्यों न हो.”

उन्होंने उल्लेख किया कि आज एथलीटों पर 4-5 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और सरकार का नजरिया आज एथलीट-सेंट्रिक है, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एथलीटों की बाधाओं को दूर करने और उनके लिए नए अवसर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

“काबिलियत प्लस प्लेटफॉर्म परफॉर्मेंस के बराबर है. जब काबिलियत को आवश्यक मंच मिल जाता है तो परफॉर्मेंस को बढ़ावा मिलता है.”

प्रधानमंत्री ने संकल्प की शक्ति को दोहराते हुए अपनी बात समाप्त की. उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम किसी भी उपलब्धि पर रुकते नहीं हैं और अपनी उपलब्धियों पर आराम नहीं करते हैं. उन्होंने ये कहकर अपनी बात खत्म की,

“हम शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में पहुंच गए हैं; मैं दृढ़ता से कहता हूं कि हम इस दशक के भीतर शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में से एक होंगे और 2047 में यह देश विकसित भारत बन जाएगा.”

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इस पहल के बारे में

समर्थ, हुंडई द्वारा एनडीटीवी के साथ साझेदारी में शुरू हुई एक पहल है जिसका मकसद समावेशिता को बढ़ावा देना, नजरिए को बदलना और दिव्‍यांग लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता को सुधारना है.

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